सयुक्तराष्ट्रय के २०१७ के अपने जनसख्या अनुमानों में संशोधन के अनुसार २०१७ में ७.६ Billion के तुलना में २१०० तक 11.2 बिलियन होने
का अनुमान है, जैसे की पिछले 50 वर्षो में जनसंख्या वृद्धि कोई मुदा नहीं था, आज यह समस्या लग रहा है |
अनुमान यह है की २०३०- मिड तक दुनिया की जनसँख्या ८६ और २०५०- mid तक ९८ हो सकती है। में जनसख्या वृद्धि Global warming का एक मुख्य कारक है ,
हर इन्सान अपने बारे मे सोचता ओर करता है क्या आप ने ओर हमने कभी अपनी प्रकर्ति( environment)
ओर इस पृथ्वी(earth) के बारे मे भी सोचा है, हम सब इस प्रकृति की देन है लेकिन हम इसी को खत्म कर रहे है, क्यों नहीं हम थोडा सा
इसके लिए सोचे, अगर प्रकर्ति(nature) ही नहीं होगी धर्म कहा होगा। अगर जनसंख्या इसी तरह बढ़ती(rising population) रही तो जो
resource है तो वोहि नहीं बचेगे इसलिए जनसंख्या पर नियंत्रण(population control) अतिअव्शक है|
अगर worldwide data search करे तो हर देश ने मुस्लिम जनसख्यां बहुत तेजी से बढ़ रही है
क्यों ने इसे कंट्रोल करने के लिए सामुहीक प्रयास हो।
According to Projected by “Pew Research Center Forum on Religion and
public life Globally” Muslim population 2010 -2030 तक नॉन-Muslim से लगभग
double rise करेगी|
Europe यूरोप –
यूरोप मे अगर अभी 2016 मे Zero migration मान कर चले तो भी current level Muslim
population rise 4.9 to 7.4% by the year 2050 till अगर migration बढ़ता है तो
Muslim population 2050 तक Muslim could reach 11.2% of total Europe,s
population.
2010 तक पुरी दुनिया मे 49 countries Muslim मेजोरिटी थे
लेकिन 2030 तक नाइजीरिया भी Muslim majority कंट्री हो जायेगा
Asia Pacific Muslim Population by the year 2030
२०३० तक एशिया पसिफ़िक में 3 in 10 people living will be Muslim
Muslim population rise 2010- 24.8 % – 2030 -27.3%